
नई दिल्ली। स्कूलों एवं कॉलेजों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों की मदद के उद्देश्य से शुरू किये गये बुक डोनेशन अभियान को भारी सफलता मिली है और इसके तहत दो लाख किताबें (
Books)एकत्रित की गयी हैं। क्रॉसवर्ड बुक स्टोर्स एवं रत्ननिधि चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से अलीबाबा ग्रुप ने यह अभियान शुरू किया था। एक महीने में इस अभियान के तहत जुटायी गयी किताबों से देश के 2500 से अधिक स्कूलों एवं कॉलेजों में गरीब विद्यार्थियों की मदद की जाएगी। अलीबाबा समूह ने इसके लिए जहां 50 हजार किताबें दान दी है वहीं वर्ल्ड बैंक फैमिली नेटवर्क बुक प्रोजेक्ट की ओर से 30,000 किताबों का अनुदान मिला है। कुरियर कंपनी डेल्हिवेरी ने 6000 से अधिक स्थानों से किताबें एकत्रित करने की व्यवस्था की थी। इसके साथ ही कोटक महिंद्रा बैंक की 1300 से अधिक शाखाओं में भी किताबें इकट्ठी की गयी थी। अभियान का लक्ष्य गरीब बच्चों को उनके विकास एवं प्रगति के लिए शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराना है। अलीबाबा ग्रुप के वैश्विक प्रबंध निदेशक के. गुरू. गोरप्पन ने कहा कि किताबें व्यक्ति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। शिक्षा मौलिक मानवाधिकार है और हमें यह सुनिश्चित करना है कि मौलिक शिक्षा हर किसी को मिल सके। उन्होंने कहा कि मिशन मिलियन बुक्स भारत के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में हमारा प्रयास है। यह एक अच्छी शुरुआत है।
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